![महाराष्ट्र के वित्त राज्य मंत्री आशीष जायसवाल](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नागपुरः पूरे महाराष्ट्र में लाडली बहनों के आधार कार्ड और पैन कार्ड खंगाले जा रहे हैं। नागपुर में लाडली बहनों की संख्या 15 लाख से ज्यादा है। तमाम शर्तों और मानकों के बावजूद अमीर महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं। कई धनी लाडली बहनों ने भी योजना का लाभ उठाया है। जिम के फॉर्म और रिजेक्ट किया जा रहे हैं।
लाडली बहनों के लिए हैं ये शर्तें
महाराष्ट्र सरकार ने इस योजना को लागू करते समय स्पष्ट किया था कि सरकार की किसी भी योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा। नौकरीपेसा और पेंशन भोगी महिलाओं को भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इनकम टैक्स भरने वाली और चार पहिया वाहन रखने वाली महिलाओं को भी इसका लाभ नहीं मिलेगा। लाडली बहनों के बंपर आंकड़े से प्रशासन चौक गया था। अब इस योजना की समीक्षा की जा रही है।
नागपुर में 1228 अयोग्य बहनें ले रहीं योजना का लाभ
महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा किए गए सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसमें कुछ आंकड़े चौंकाने वाले आ रहे हैं। नागपुर में 1228 बहनों के पास चार पहिया वाहन है। RTO ने इन महिलाओं का रिजेक्शन महिला बाल कल्याण विभाग को दिया है, जिसमें कहा गया है कि महिलाओं के पास चार पहिया वाहन है ,जो योजना का लाभ ले रही है। कुछ उन महिलाओं के भी नाम सामने आए जो किसान योजना का लाभ ले रही है। कुछ संजय गांधी निराधार योजना का भी लाभ ले रही हैं। इन सभी महिलाओं को मिलने वाला लाभ अब बंद कर दिया जाएगा।
अधिकारी ने कही ये बात
महिला बाल कल्याण विभाग के अधिकारी नंदकिशोर पटिए ने बताया कि बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जिनके पति सरकारी कर्मचारी हैं व़ महिलाएं अब कार्यालय में आकर गुहार लगा रही हैं कि वह पैसे वापस लौट के लिए तैयार है। कुछ ऐसी भी महिलाएं आ रही है जो कह रही हैं कि उन्हें जो पैसे मिले थे उन्होंने खर्च कर दिया है। आगे से उन्हें इस योजना का लाभ न दिया जाए। वो पैसा वापस करना चाहती हैं लेकिन उनके पास पैसे नहीं है। जुलाई 2024 में योजना शुरू की गई थी, अब तक इस योजना के तहत 7 किस्त वितरित की जा चुकी है।
मंत्री ने महिलाओं से की ये अपील
उधर, महाराष्ट्र के वित्त राज्य मंत्री आशीष जायसवाल ने महिलाओं से अपील की है कि इस योजना के मानकों पर फिट नहीं बैठने वाली लाडली बहनें खुद योजना से बाहर हो जाए और उन्हें उम्मीद है कि अयोग्य लाडली बहन खुद बाहर हो जाएंगी। मंत्री ने कहा कि जिसके लिए योजना नहीं थी उन लोगों ने भी इसका लाभ लिया। उन्हें खुद होकर इस योजना से बाहर हो जाना चाहिए। दो करोड़ लोग मेरिट पर फिट बैठे हैं।