Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 07:49 IST
Wheat Farming: गेहूं तो कई प्रकार के होते हैं. लेकिन, बुंदेलखंड में उगने वाले एक गेहूं की बात ही अलग है. इस गेहूं की खेती मुनाफे का सौदा है. क्योंकि, इसमें खाद-पानी की जरूरत ही नहीं. खर्च कम और उपज ज्यादा है. क...और पढ़ें
बुंदलेखंड का जीआई टैग वाला कटिया गेहूं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- कटिया गेहूं की खेती में खाद-पानी की जरूरत नहीं
- कटिया गेहूं की फसल 3-4 महीने में तैयार होती है
- कम लागत में कटिया गेहूं की उपज ज्यादा होती है
छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक ऐसे गेहूं की खेती होती है, जिसमें न तो खाद लगती है और न पानी. इस गेहूं को कटिया गेहूं के नाम से जाना जाता है. यह छतरपुर के कुछ इलाकों में ही होता है. बता दें कटिया गेहूं की खेती बुंदेलखंड में ही होती है. इसलिए बुंदेलखंड को कटिया गेहूं के लिए जीआई टैग भी मिला है.
छतरपुर के किसान अशोक पाल ने बताया कि कटिया गेहूं की खेती सालों से करते आए हैं. पहले बाबा करते थे, फिर पिता जी करने लगे, इसके बाद मैं 4 साल से कर रहा हूं. बताया कि कटिया गेहूं की बुवाई सामान्यता हर साल अक्टूबर-नवंबर माह में होती है. इस फसल को तैयार होने में लगभग 3-4 महीने का समय लगता है.
बगैर पानी होती है फसल तैयार
किसान ने बताया कि कटिया गेहूं फसल में पानी देने की जरूरत नहीं होती है. भगवान ने ऊपर का पानी दे दिया तो ठीक है, नहीं तो कोई जरूरत नहीं. इस फसल के लिए किसान सिर्फ खेत अच्छे से तैयार कर ले. खेत तैयार करने से मतलब है कि जैसे जुताई-बुवाई अच्छे से हो जाए, खेत में कचरा न रहे.
इस मिट्टी में होता है तैयार
किसान ने बताया, कटिया गेहूं के लिए काली मिट्टी उपयुक्त होती है. ये फसल काली मिट्टी में ही पैदा होती है. क्योंकि ये मिट्टी पानी को संरक्षित करके रखती है. इस मिट्टी में शीत बनी रहती है.
रासायनिक खाद की जरूरत नहीं
आगे बताया, कटिया गेहूं में किसी भी तरह की रासायनिक खाद की जरूरत नहीं पड़ती है. किसान गोबर खाद ही डालकर बुवाई कर देते हैं. गोबर खाद भी नहीं डालते हैं तो भी फसल हो जाती है.
कम लागत में उपज ज्यादा
कटिया गेहूं की फसल में खर्च बहुत कम आता है. जुताई-बुवाई का ही खर्च रहता है. इसके अलावा न इसमें रासायनिक खाद की जरूरत है और न ही पानी की. बस खेत बनाना पड़ता है. खेत अगर अच्छा बना लिया तो आराम से 4 क्विंटल का बीघा तो हो ही जाता है, नहीं भी अच्छा बना तो भी 2 क्विंटल का बीघा निकलता है.
Location :
Chhatarpur,Madhya Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 07:49 IST
मुनाफा देता है ये गेहूं, खेती में खाद-पानी की जरूरत नहीं, फसल 3 माह में तैयार