Last Updated:January 21, 2025, 16:09 IST
मौनी अमावस्या के अवसर पर रामलला की नगरी अयोध्या में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओें के पहुंचने की उम्मीद है. इसके लिए जिला प्रशासन से लेकर राम मंदिर ट्रस्ट व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है.
अयोध्या: प्रयागराज में महाकुंभ मेले (Maha Kumbh Mela 2025) के बावजूद प्रभु राम की नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. यहां रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. जहां एक तरफ प्रयागराज में लगे महाकुंभ में देश-विदेश के श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है, वहीं ऐसा ही नजारा अयोध्या धाम में भी देखने को मिल रहा है. कुंभ में शाही स्नान के बाद उत्तर प्रदेश में अन्य तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की आमद में भारी इजाफा हुआ है. इस बीच, रामनगरी में मौनी अमावस्या की तैयारी शुरू हो गई है. जिला प्रशासन से लेकर राम मंदिर ट्रस्ट व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है.
मकर संक्राति के बाद श्रद्धालुओं का लगा तांता
उत्तर प्रदेश सरकार को महाकुंभ पर्व के दौरान प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. अयोध्या धाम में भी जिला प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका जताई थी और हुआ भी ठीक वैसा ही. 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति के शाही स्नान के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली थी.
एक करोड़ लोग पहुंचेंगे रामनगरी
अब बताया जा रहा है कि इस बार मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करेंगे. वहीं, एक करोड़ श्रद्धालु रामलला की नगरी में पहुंचेंगे. इसके लिए जिला प्रशासन से लेकर राम मंदिर ट्रस्ट व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है. श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए आइए जानते हैं प्रशासन क्या कुछ कदम उठा रहा है…
बेहतर सुविधा देने की कोशिश
अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को प्रभु राम के दर्शन में कोई असुविधा न हो, इसके लिए राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रामसेवक पुरम, कारसेवक पुरम, तीर्थ क्षेत्र पुरम के साथ अंगद टीला पर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने की कोशिश की जा रही है. सुरक्षा को लेकर भी व्यापक तैयार की गई हैं.
प्रशासन ने मास्टर प्लान किया तैयार
अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं का आना जारी है. सरयू तट, हनुमानगढ़ी, राम मंदिर, राम पथ पर भारी तादात में श्रद्धालु देखे जा रहे हैं. यही नहीं राम नगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को पांच जोन 12 सेक्टर में बांटा गया है. एसएसपी अयोध्या के मुताबिक, जगह-जगह यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए बैरिकेडिंग की गई है. भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था यातायात और क्राउड कंट्रोल को लेकर मास्टर प्लान तैयार किया है.
20 लाख पहुंचे थे लोग
राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, मकर संक्रांति के बाद रामनगरी में लगभग 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे. एक दिन में ढाई लाख लोगों ने दर्शन किया था, जिसके बाद हालात थोड़े बिगड़ गए थे. इसके बाद प्रशासन ने कमर कस ली. हालांकि, अब एक दिन में ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन नहीं कर सकेंगे. इसके अलावा, राजपत्रित अधिकारी के निगरानी में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुगम दर्शन का प्रयास किया जा रहा है.
पौष पूर्णिमा से शुरू हुआ महाकुंभ
गौरतलब है कि प्रयागराज में इस बार महाकुंभ मेले की शुरुआत पौष पूर्णिमा से ही हुई है. सनातन धर्म में पौष पूर्णिमा का बेहद महत्व है. पौष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहा जाता है. पौष पूर्णिमा का दिन स्नान, दान और तर्पण के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन भगवान सत्यनारायण के लिए व्रत किया जाता है और पवित्र नदियों में स्नान करके तर्पण किया जाता है. भगवान सत्यनारायण की पूजा करके उनकी व्रत कथा सुनने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. इस बार की पौष पूर्णिमा इसलिए भी खास थी क्योंकि 12 साल बाद महाकुंभ मेला भी इसी दिन से शुरू हुआ.
इस दिन है मौनी अमावस्या
इस बार 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर बन रहा अद्भुत संयोग बेहद खास है. ये इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ग्रह-नक्षत्र का मेल इस दिन के स्नान पर्व को विशेष रूप से फलदायी बना रहा है. शास्त्रों में माघ के महीने को दान-पुण्य, पूजा-पाठ आदि के लिए बहुत शुभ और पुण्यकारी माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन ऋषि मनु का जन्म हुआ था, इसलिए इसे मौनी अमावस्या भी कहा जाता है. मान्यता है कि इस दिन मौन रहकर ईश्वर की आराधना करने से विशेष फल मिलता है.
Location :
Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradesh
First Published :
January 21, 2025, 16:09 IST
मौनी अमावस्या: अयोध्या में होगा महाकुंभ जैसा नजारा, मास्टर प्लान रेडी, जानें