Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:January 24, 2025, 10:34 IST
बालाघाट से एक अजीब मामला सामने आया है, जहां एक शिक्षक अपनी जगह दूसरी शिक्षक को पढ़ाने के लिए भेजता था.
स्कूल पहुंचे बच्चों के परिवार वाले.
बालाघाट. हमारे देश में नौकरी पाने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है. अक्सर हम खबरें देखते हैं कि एक प्यून की नौकरी के लिए ग्रेजुएट से लेकर पीएचडी तक के अभ्यर्थी अप्लाई करते हैं. ऐसे में एक ऐसा अजीबो गरीब मामला सामना है, जिसमें एक शिक्षक ने अपना सहायक रखा है. शिक्षक खुद छुट्टी मारता था और अपनी जगह सहायक को स्कूल में भेजता था. दरअसल, मामला बालाघाट जिले के उमरी गांव का है. देखिए लोकल 18 की खास रिपोर्ट…
कटंगी विकासखंड के उमरी गांव के शासकीय नवीन माध्यमिक शाला में एक अतिथि शिक्षक ने अपनी जगह एक अलग से अतिथि शिक्षक रखा, जो कि नियमों के खिलाफ है. यहां पर प्रभारी प्रधान पाठक दिनेश पटले के नाक के नीचे अतिथि शिक्षक खिलेन्द्र सहारे की मनमानी चल रही थी. वह अपनी मर्जी से ही स्कूल आता था. कभी स्कूल आता भी तो स्कूल छोड़ कर चला जाता था.
ऐसे फूटा अस्टिटेंट टीचर रखने वाला का भांडा
इस मामले में स्कूल के बच्चों की खास भूमिका रही. उन्होंने बताया कि सर अर्धवार्षिक परीक्षा के बीत जाने के बाद भी पढ़ाने नहीं आए. ऐसे में बच्चों ने अपने घर में ये बात बताई. इसके बाद 22 जनवरी को बच्चों के परिवार वाले सरपंच अब्दुल खलील खान, पालक शिक्षक संघ अध्यक्ष सोमेंद्र पटले, दूसरे पालकों सहित स्कूल में पहुंचे.
जिस दिन छुट्टी मारी, उस दिन भी हाजिरी
सरपंच अब्दुल खलील खान ने बताया कि अतिथि शिक्षक प्रधान पाठक के नाक के नीचे से ऐसा कर रहा था. उसने न सिर्फ अस्टिटेंट टीचर रखी, बल्कि जितनी छुट्टी मारता था, उस दिन भी हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर करता था. इस पर बीआरसी रविंद्र हरिनखेड़े का कहना है कि यह अपराध की श्रेणी में आता है. ऐसे में उस शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
Location :
Balaghat,Madhya Pradesh
First Published :
January 24, 2025, 10:34 IST
ये तो फर्जी टीचर है! बच्चों को पढ़ाने के लिए किया ऐसा जुगाड़, पोल खुलते ही...