नई दिल्ली:
अमेरिका से भारतीयों की वापसी का मुद्दा अब संसद तक पहुंच गया है. गुरुवार को जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया और हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे को बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी दलों को सासंदों से शांत रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि आपकी चिंता सरकार के ध्यान मे है. उन्होंने आगे कहा कि यह विदेश नीति का मामला होता है और ये दूसरे देश का विषय है. ये पूरा मामला विदेश मंत्रालय के संज्ञान में है. ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील भी की. उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि अब जब आपका विषय आएगा, उस समय इस पर चर्चा हो सकती है.
अमेरिका से लाए गए भारतीय किन किन राज्यों से
हरियाणा | 33 |
गुजरात | 33 |
पंजाब | 30 |
महाराष्ट्र | 03 |
उत्तर प्रदेश | 03 |
चंडीगढ़ | 02 |
अमृतसर में लैंड हुआ था प्लेन
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार अवैध प्रवासी भारतीयों को वापस भेजने का फैसला, अमेरिक की सुरक्षा को और पुख्ता किए जाने का ही एक हिस्सा है. आपको बता दें कि अमेरिका अपने इमिग्रेशन कानूनों को सख्त कर रहा है. इसी क्रम में वो उन देशों के अवैध प्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट भी कर रहा है. अमेरिका में अवैध प्रवासी भारतीयों को भारत भेजना भी इसी कार्रवाई का हिस्सा है. अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर भारत पहुंचे विमान को अमृतसर में उतारा गया था.
अमेरिका चला रहा है इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही ये साफ कर दिया था कि वो अमेरिका में ऐसे किसी भी प्रवासी को नहीं रहने देंगे जिनके पास दस्तावेज ना हों. राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने अपने वादे को पूरा किया और बीते कुछ दिनों से अमेरिका दुनिया भर के देशों से आए और अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को उनके देश भेजने की कार्रवाई कर रहा है. बताया जा रहा है कि ये अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम है.
'अमृतसर में ही क्यों उतारा गया विमान'
अमेरिका से भारतीयों को लेकर विमान अमृतसर क्यों उतारा गया इसे लेकर भी अब सवाल खड़े किए जाने लगे हैं. इसे मुद्दे पर अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने एनडीटीवी से की खास बातचीत की. उन्होंने NDTV से कहा कि देखिए अमेरिका से जिस तरह से लोगों को लाया गया है हम इसके खिलाफ है. इसीलिए हमने सरकार को 193 के तहत नोटिस दिया है. सरकार बताएं बच्चे तो क्रिमिनल नहीं थे तो फिर उनको इस तरह से क्यों लाया गया ? सरकार यह बताए कि उनके लिए कॉमर्शियल प्लेन क्यों नहीं भेजा गया यह प्लान दिल्ली क्यों आया. इतने स्टेट के बच्चे थे अमृतसर ही क्यों भेजा गया.
केंद्र सरकार इस पर जवाब देना नहीं चाहती है.पहले भी अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को भारत भेजा गया था लेकिन इस तरीके से कभी नहीं भेजा गया. यह सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा जिन लोगों को उस प्लेन से भारत भेजा गया है उनके पास 40 घंटे तक खाने-पीने तक की कोई व्यवस्था तक नहीं थी. साथ ही उन्होंने पूछा कि सरकार को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि आखिर इन बच्चों को अवैध तरीके से क्यों जाना पड़ा ? इसीलिए यहां से लोगों को जाना पड़ा ? लोग अपने अच्छे फ्यूचर के लिए विदेश जा रहे हैं,आप अगर यहां पर अच्छा फ्यूच दोगे तो कोई नहीं जाएगा.