Last Updated:February 05, 2025, 11:12 IST
सीकर में जब एक घर से पति-पत्नी की अर्थी एक साथ उठी तो पूरा गांव रो पड़ा. इस बुजुर्ग दंपति ने साथ जीने-मरने की जो कसम खाई थी, उसे पूरा कर दिखाया.
पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है. एक बार ये रिश्ता जुड़ गया तो हर जन्म में आपको वही जीवनसाथी मिलेगा, ऐसा कहा जाता है. आज के समय में कपल्स के बीच शादी के कुछ ही सालों में कई डिफरेंसेस आ जाते हैं. इस वजह से तलाक के मामले बढ़ने लगे हैं. हालांकि, पुराने जमाने के कई कपल आज भी आखिरी सांस तक एक-दूसरे का साथ निभाते हैं.
सीकर में रहने वाली 70 साल की मांगी देवी और उनके पति 75 वर्षीय प्रभातीलाल सैनी की प्रेम कहानी अब चर्चा का विषय बन गई है. उम्र के इस पड़ाव तक दोनों ने एक-दूसरे का साथ दिया. इसके बाद जब बीमारी की वजह से पत्नी की जान चली गई तो उसके सदमे में कुछ ही देर बाद पति ने भी प्राण त्याग दिए. जब घर की दहलीज से दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो पूरा गांव इमोशनल हो उठा. लोग उनके प्रेम कहानी की मिसाल देने लगे.
नहीं सह पाया बीवी के जाने का गम
ज्योतिबानगर के ढाणी नयाकुंआ की मांगी देवी की मौत सोमवार को देर शाम हो गई थी. घरवाले उसके अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए. लेकिन बीवी की मौत की खबर जब प्रभातीलाल को लगी तो उसकी तबियत खराब हो गई. उसे तुरंत अस्पताल में एडमिट करवाना पड़ा. प्रभातीलाल लगातार रोए जा रहे थे. थोड़ी देर में डॉक्टर्स ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया. ऐसे में परिजनों ने एक साथ दो अर्थियां सजानी शुरू कर दी.
एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
पति-पत्नी की मौत के बाद पुरे गांव में मातम छा गया. परिजनों ने दोनों की अर्थियां सजाई जिसके दर्शन के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा. सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में एक ही चिता पर दोनों को जलाया गया. इस घटना से पूरा गांव भावुक हो उठा. दोनों की शादी के पचास साल हो चुके थे. उनके बीच का रिश्ता मिसाल बन गया है.
First Published :
February 05, 2025, 11:12 IST