Last Updated:February 12, 2025, 10:18 IST
Ayodhya Ram Mandir Chief Priest: अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 80 साल की उम्र में निधन हो गया. वे 34 साल से मुख्य पुजारी थे और 1992 में नियुक्त हुए थे. 3 फरवरी को ब्रेन हेमरेज के बाद...और पढ़ें
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हाइलाइट्स
- अयोध्या के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का 80 वर्ष की उम्र में निधन.
- सत्येंद्र दास 34 साल से राम मंदिर के मुख्य पुजारी थे.
- 1992 में सत्येंद्र दास की नियुक्ति मुख्य पुजारी के रूप में हुई थी.
Ram Temple Chief Priest : अयोध्या श्री राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 80 साल की उम्र में लखनऊ पीजीआई में निधन हो गया है. 3 फरवरी को उन्हें एक ब्रेन हेमरेज के बाद लखनऊ रेफर कर दिया गया था. तब से उनका डॉक्टर की निगरानी में इलाज चल रहा था. 34 साल से सत्येंद्र दास श्री राम जन्मभूमि में बतौर मुख्य पुजारी अपनी सेवाएं दे रहे थे. श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास जी का जन्म 20 मई 1945 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में हुआ था. बचपन से ही सत्येंद्र दास का राम के प्रति अत्यधिक लगाव हुआ करता था. अपने गुरु अभिराम दास जी से प्रभावित होकर सत्येंद्र दास ने संन्यास लेकर आश्रम में रहने के लिए 1958 में अपना घर छोड़ दिया था.
बहुत ही धर्म प्रेमी थे : सत्येंद्र दास के मन में भगवान के प्रति श्रद्धा और मोह बचपन से ही काफी ज्यादा था. वह अपने पिता के साथ अक्सर अयोध्या दर्शन के लिए जाया करते थे. जब उन्होंने अपने संन्यास की सूचना उन्होंने अपने पिता को दी, तो पिता ने भी काफी खुशी-खुशी उन्हें घर से विदा कर दिया था.
बाबरी विध्वंस में मूर्ति को लेकर खड़े रहे : राम मंदिर की लड़ाई में सक्रिय रूप से सत्येंद्र दास ने अपनी भूमिका निभाई. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे बड़े संगठनों से भी कई बार उन्होंने लड़ाई के दौरान मोर्चा लिया था. बाबरी विध्वंस के दौरान रामलला की मूर्ति के पास खड़े होकर उन्होंने मूर्ति की पूरी तरह से रक्षा की थी.
कब नियुक्त हुए पुजारी : 1 मार्च 1992 को सत्येंद्र दास की नियुक्ति रामलला की मुख्य पुजारी के रूप में हुई. इसके बाद उन्हें सहायक पुजारी भी रखने का अधिकार मिला. वर्षों से सेवा दे रहे सत्येंद्र दास को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 22 जनवरी 2024 को पुनः मुख्य पुजारी रखा गया.
कब से दे रहे थे सेवाएं : बाबरी विधानसभा के करीब 1 वर्ष पहले से आचार्य सत्येंद्र दास रामलला मंदिर में पुजारी के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे.
शिक्षक थे सत्येंद्र दास : आचार्य सत्येंद्र दास 1976 में अयोध्या संस्कृत महाविद्यालय में व्याकरण विभाग में सहायक अध्यापक के पद पर भी कार्यरत रहे. 1992 में उनकी नियुक्ति के दौरान उनका मासिक वेतन केवल 100 रूपये हुआ करता था.
First Published :
February 12, 2025, 10:18 IST