दिल्ली में विधानसभा चुनाव की वोटिंग के लिए तीन दिन बाकी हैं। 5 फरवरी को दिल्ली में वोट डाले जाएंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीन प्रमुख पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं। आइये जानते हैं दक्षिण दिल्ली की आंबेडकरनगर विधानसभा सीट का रिपोर्ट कार्ड क्या है? आंबेडकर नगर विधानसभा सीट के मतदाता किन मुद्दों पर वोट डालेंगे?
आंबेडकर नगर विधानसभा सीट भारी जाम, खराब सड़कें और स्वच्छता जैसी बुनियादी समस्याएं प्रमुख मुद्दे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते-आते यहां मुख्य लड़ाई मोदी के ‘नाम’ और केजरीवाल के ‘काम’ में तब्दील होती नजर आ रही है। अनुसूचित जाति ( SC) के लिए सुरक्षित इस सीट पर पिछले दो चुनावों से आम आदमी पार्टी (AAP) जीत हासिल करती रही है। इस बार भी आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक डॉ. अजय दत्त पर दांव लगाया है।
अजय दत्त की हैट्रिक रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक बार फिर खुशी राम चुनार पर भरोसा जताया है, जबकि कांग्रेस के जय प्रकाश भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। क्षेत्र के मतदाताओं से बात करने पर वे कई बुनियादी समस्याओं की ओर ध्यान तो आकर्षित करते हैं लेकिन पसंद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ही अधिक परिचित नजर आते हैं। कुछ लोग तो उम्मीदवारों के नाम तक भी नहीं जानते।
जवाहर पार्क के रहने वाले राजेश पहाड़िया ने पीटीआई से बातचीत में खुद को भाजपा का समर्थक बताया और मोदी के साथ बने रहने का दावा करते हुए कहा कि उन्होंने देश के लिए ‘काफी कुछ’ किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार ‘मोदी सरकार’ बनेगी। स्थानीय उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव कौन लड़ रहा है, लोग मोदी जी के साथ हैं।’
कृष्णा पार्क के रहने वाले सागर ललवानी ने भी कुछ इसी तरह के विचार अरविंद केजरीवाल के लिए व्यक्त किए। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को भाजपा की साजिश बताते हुए सागर ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में बहुत सारे काम किए हैं और इस बार भी लोग उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल ने सरकारी स्कूलों की स्थिति काफी बेहतर की है। मोहल्ला क्लिनिक खोले हैं। हमारे बिजली के बिल नहीं आते। चुनाव में उनकी ही जीत होगी और वह फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे।’
मदनगीर की रहनी वाली आशा गहलोत ने मुफ्त बस यात्रा और 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली सहित कुछ अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए इनसे मिल रहे फायदों को गिनाया और कहा कि इससे परिवार में ‘काफी बचत’ हो जाती है। उनकी यह बात गौर करने वाली थी कि लोकसभा चुनाव में उन्होंने और उनके परिवार के सदस्यों ने ‘मोदी जी’ को वोट दिया था लेकिन विधानसभा चुनाव में वे ‘केजरीवाल’ के साथ हैं। खानपुर गांव के रहने वाली रमा देवी ने भी कुछ ऐसे ही विचार व्यक्त किए।
दक्षिणपुरी में युवा मतदाता राघव इस चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को ही वोट दूंगा। उनके आने से ही दिल्ली का विकास होगा।’ लोगों से बातचीत के दौरान कांग्रेस को लेकर उनकी आशंकाएं भी नजर आईं और कुछ ने तो उसकी छवि केवल वोट काटने वाली पार्टी की बताई।
भाषा के इनपुट के साथ