दक्षिण अफ्रीका के बहाने ब्रिक्स देशों पर अमेरिका का निशाना, अब उठाया ऐसा कदम

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Agency:News18Hindi

Last Updated:February 06, 2025, 10:35 IST

US G20 South Africa: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो दक्षिण अफ्रीका में जी-20 बैठक में शामिल नहीं होंगे. राष्ट्रपति ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका पर भूमि जब्ती और भेदभाव का आरोप लगाते हुए फंडिंग कटौती की धमकी दी. ...और पढ़ें

दक्षिण अफ्रीका के बहाने ब्रिक्स देशों पर अमेरिका का निशाना, अब उठाया ऐसा कदम

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि वह जी-20 की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे.

हाइलाइट्स

  • अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो जी-20 बैठक में शामिल नहीं होंगे
  • ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका पर गलत तरीके से भूमि जब्ती का आरोप लगाया
  • अमेरिका ब्रिक्स देशों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है

वॉशिंगटन: अमेरिका ने ब्रिक्स देशों के खिलाफ अपनी नजर टेढ़ी कर ली है. चीन के खिलाफ 10 फीसदी टैरिफ, भारतीय मूल के अवैध प्रवासियों को भारत भेजने और ब्राजील को टैरिफ की धमकी के बाद अब दक्षिण अफ्रीका को लेकर नई कार्रवाई हुई है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने वाली आगामी जी-20 मीटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे. विदेश मंत्री रुबियो ने बुधवार को इसकी घोषणा की. वहीं इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका को अमेरिकी फंडिंग बंद करने की धमकी दी थी. दक्षिण अफ्रीका 20-21 फरवरी को जोहान्सबर्ग में जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग की मेजबानी करेगा.

दक्षिण अफ्रीका दिसंबर 2024 से नवंबर 2025 तक जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है. अमेरिका के विदेश मंत्री का इस मीटिंग में शामिल न होना दक्षिण अफ्रीका के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका जमीन जब्त कर रहा है और कुछ वर्ग के लोगों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने धमकी दी थी कि इस मामले की जांच होने तक वह दक्षिण अफ्रीका के फंडिंग में कटौती करेंगे. ट्रंप के आरोपों के बाद दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने देश की भूमि नीति का बचाव करते हुए कहा कि सरकार ने किसी भी जमीन को जब्त नहीं किया है.

I volition NOT be the G20 acme successful Johannesburg.

South Africa is doing precise atrocious things. Expropriating backstage property. Using G20 to beforehand “solidarity, equality, & sustainability.” In different words: DEI and clime change.

My occupation is to beforehand America’s nationalist interests, not…

— Secretary Marco Rubio (@SecRubio) February 5, 2025


क्या बोले रुबियो?
रुबियो ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘दक्षिण अफ्रीका बहुत बुरे काम कर रहा है. निजी संपत्ति को जब्त कर रहा है. एकजुटता, समानता और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए जी-20 का उपयोग कर रहा है.’ हालांकि रुबियो ने भी इसे लेकर कोई विवरण नहीं दिया. ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका की जमीन नीति को लेकर शिकायत की है. दक्षिण अफ्रीकी अरबपति और ट्रंप के करीबी एलन मस्क ने भी बिना सबूत के दक्षिण अफ्रीका पर खुले तौर पर नस्लवादी स्वामित्व कानून बनाने का आरोप लगाया.

दक्षिण अफ्रीका के जरिए ब्रिक्स पर निशाना?
डोनाल्ड ट्रंप के लिए आज के समय सबसे बड़ी टेंशन ब्रिक्स है. कई बार अपने बयानों में वह इस बात को जाहिर भी करते रहे हैं. ब्रिक्स करेंसी की बात होने भर से ट्रंप इतना बौखला गए कि उन्होंने सदस्यों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कर दी. ब्रिक्स के शुरुआती सदस्यों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं. विस्तार के बाद अब इसमें ईरान, मिस्र, इथियोपिया और यूएई भी शामिल हो गए हैं. अमेरिका इसे एक पश्चिम विरोधी गुट के तौर पर देखता है. ट्रंप ने आने के बाद ब्रिक्स को चेतावनी देने वाले कदम उठाए हैं. रूस पर पहले से प्रतिबंध हैं तो चीन के खिलाफ उसने टैरिफ लगाया है. ब्राजील को भी अमेरिका टैरिफ की धमकी दे चुका है. वहीं भारत से डंकी रूट के जरिए गए अवैध आप्रवासियों को ट्रंप निकालने में लगे हैं.

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New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

February 06, 2025, 10:33 IST

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