Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 03, 2025, 10:02 IST
Mahogani Plantation : महोगनी का पौधा लगाकर कोई भी व्यक्ति महज़ 12 से15 वर्षों में करोड़ों का कारोबार खड़ा कर सकता है. जानकार बताते हैं कि इसकी बागवानी में खर्च बेहद कम आता है. वन विभाग से आप इसके पौधे महज़ 10 र...और पढ़ें
प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- महोगनी के पौधे 12-15 वर्षों में करोड़ों का मुनाफा देते हैं.
- वन विभाग से 10 रुपए में महोगनी का पौधा खरीद सकते हैं.
- महोगनी की लकड़ी की कीमत 2000-2200 रुपए प्रति घनफीट होती है.
पश्चिम चम्पारण. इमारती लकड़ियों वाले पौधे लगाने की चाहत सबकी होती है. ये पौधे कुछ वर्षों में लाखों-करोड़ों के हो जाते हैं. यदि आप भी ऐसा ही कुछ प्लान कर रहे हैं, तो वन विभाग से संपर्क कर लें. यहां से आप महज 10 से 15 रुपए में महोगनी का पौधा खरीदकर लगा सकते हैं और 10 से 15 वर्षों में आप इससे करोड़ों रुपए भी कमा सकते हैं.
जानकारों की मानें तो, इस पेड़ की लकड़ियों की कीमत 2000 से लेकर 2200 रुपए प्रति घनफीट तक होती है. यहां तक कि इसके बीज और पत्तियों को भी अच्छी कीमत पर बेचा जाता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि इसकी बागवानी कृषि वैज्ञानिकों के परामर्श के अनुसार ही करनी चाहिए.
12 वर्षों में करोड़ों का सौदा
जानकारों की मानें, तो यदि कोई व्यक्ति महोगनी का 120 पौधा भी लगाता है, तो महज 12 वर्षों में वह करोड़पति बन सकता है. जिले के माधोपुर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष डॉ. अभिषेक प्रताप सिंह लोकल 18 को बताते हैं कि महोगनी काफी मजबूत और लंबे समय तक इस्तेमाल में लाई जाने वाली लकड़ी होती है.
यह लाल और भूरे रंग की होती है. इसपर पानी के नुकसान का कोई असर नहीं होता है. पश्चिम चम्पारण जिले की मिट्टी इस पेड़ के लिए अनुकूल है. उन्होंने बताया कि पौधे 6 वर्ष में पूर्ण रूप से विकसित होकर पेड़ बन जाते है. इस बीच यदि किसान चाहे, तो वृक्षों के बीच में खाली पड़ी जमीन पर अन्य फसल भी लगा सकते हैं.
इस तरीके से करें पौधा रोपण
डॉ. अभिषेक की मानें, तो महोगनी की सफल खेती के लिए सबसे पहले किसानों को मिट्टी की जांच करवानी चाहिए. ऐसे पौधों के विकास के लिए मिट्टी का pH मान 6 से 7 होना चाहिए. साथ ही पौधे लगाते समय एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी 4×5 मीटर के हिसाब से होनी चाहिए. इसके अलावा प्रति पौधे के लिए गड्ढे का माप एक फीट चौड़ा और एक फीट गहरा होना चाहिए. एक गड्ढे में 5 किलो गोबर का सड़ा हुआ खाद, 100 ग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट, 100 ग्राम यूरिया और 50 ग्राम पोटाश डालकर भर देंगे. इन सभी प्रक्रियाओं के साथ पौधारोपण का समय जुलाई से अगस्त के बीच होना चाहिए.
Location :
Pashchim Champaran,Bihar
First Published :
February 03, 2025, 10:02 IST