Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 02, 2025, 09:16 IST
Ground Report: फिरोजाबाद के कांच कारोबारियों को बजट 2025 से काफी उम्मीद है. कांच कारोबारी इस व्यापार को करने के लिए सरकार को करोड़ों रुपए का टैक्स देते हैं. यहां श्रमिक उद्योग में जीएसटी 12 प्रतिशत तक हो गया है...और पढ़ें
लोकल 18 से बातचीत करते हुए कांच व्यापारी
हाइलाइट्स
- फिरोजाबाद के कांच कारोबारियों को बजट से उम्मीदें हैं.
- कांच उद्योग पर 18% जीएसटी टैक्स लगता है.
- कारोबारी इनकम टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं.
फिरोजाबाद: यूपी का फिरोजाबाद शहर कांच उद्योग के लिए विदेशों तक फेमस है. यहां के कांच कारोबारी कई देशों तक कांच के आइटमों का व्यापार करते हैं. फिरोजाबाद का कांच उद्योग आसपास के जिलों में सबसे बड़ा उद्योग है. कांच कारोबारी इस व्यापार को करने के लिए सरकार को करोड़ों रुपए का टैक्स भी देते हैं. इस बार फरवरी से केंद्र सरकार अपना बजट सत्र शुरु करने जा रही है, जिसकों लेकर कांच व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं. कांच उद्योग को अगर कई तरह की सुविधाएं मिलें और कारोबारियों को टैक्स में छूट मिल जाए तो ये कारोबार और अधिक रफ्तार पकड़ सकता है. इससे सरकार को भी फायदा मिलेगा.
18 प्रतिशत कर देना पड़ता है टैक्स
फिरोजाबाद लघु उद्योग के महामंत्री और इंटरनेशल कांच आइटमों के व्यापारी विनोद चौहान ने लोकल 18 से बातचीत की और कहा कि अभी तक हमारे कांच उद्योग में श्रमिक उद्योग और कांच उद्योग एक ही स्लैब में था, लेकिन अब यह दो अलग-अलग भागों में हो गया है.
श्रमिक उद्योग में जीएसटी 12 प्रतिशत तक हो गया है, लेकिन कांच उद्योग को 18 प्रतिशत तक टैक्स देना पड़ रहा है. जिससे कांच व्यापारियों को काफी दिक्कत हो रही है. इस बार केंद्र सरकार द्वारा शुरु हो रहे बजट सत्र को लेकर हमें उम्मीद है कि इस बार कांच उद्योग को जो टैक्स देना पड़ रहा है. उसमें सरकार छूट देगी. इस बार कांच उद्योग में भी 12 प्रतिशत की जीएसटी का नियम लागू हो जाएगा.
कांच कारोबारी ने बताया
वहीं, कांच की पैकिंग का कारोबार करने वाले व्यापारी वैभव कुमार ने बातचीत करते हुए कहा कि हम कांच के आइटमों की पैंकिग कर देश-विदेश भेजते हैं. कांच के व्यापारियों को सरकार इनकम टैक्स में छूट दे दें, तो इससे कांच उद्योग का काफी फायदा होगा. यहां के काम को आगे बढ़ाने के लिए और मदद मिलेगी.
अभी तक 18 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता हैं, लेकिन इसमें सरकार छूट देदे तो कांच व्यापारियों को काफी राहत मिलेगी. वहीं, सरकार को कांच उद्योग के लिए बड़ी योजनाएं शुरु करनी चाहिए. नई तकनीकि मशीनों को लाना चाहिए और उन पर अधिक सब्सिडी भी सरकार को देनी चाहिए. इस बजट सत्र से हमें उम्मीद है कि सरकार कांच व्यापारियों के बारे में भी कुछ सोचकर निर्णय लेगी.
कई देशों तक फैला है कांच का कारोबार
इंटरनेशनल कांच व्यापारी अंकित चौहान ने बताया कि फिरोजाबाद कांच का एक बड़ा हब है. यहां तैयार होने वाले कांच के आइटम पूरे देश ही नहीं विदेशों तक भेजे जाते हैं. इस कारोबार को करने वाले व्यापारियों को सरकार को 18 प्रतिशत तक टैक्स देना पड़ता है.
अगर सरकार अपने बजट में इस टैक्स कम कर दे तो व्यापार और अधिक बढ़ेगा. उनके यहां से कांच के आइटम तैयार होकर साउथ अमेरिका, मलेशिया समेत कई देशों तक जाते हैं. सरकार बजट में इस कारोबार पर छूट देती है तो इससे देश की इकोनमी को भी फायदा होगा और टैक्स की चोरी भी कम होगी.
Location :
Firozabad,Uttar Pradesh
First Published :
February 02, 2025, 09:16 IST