ये कैसा इंसाफ! एक टीचर के कंधे पर पांचवी तक की पढ़ाई,बच्चों का भविष्य संकट में

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Agency:News18 Jharkhand

Last Updated:February 02, 2025, 12:10 IST

Giridih News: गिरिडीह का यह स्कूल शिक्षा व्यवस्था की सच्चाई बयां करता है. यहां बच्चे अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं, तो वहीं अभिभावक सरकार से बदलाव की मांग कर रहे हैं.

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हाइलाइट्स

  • गिरिडीह के स्कूल में एक ही शिक्षक, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित.
  • मिड-डे मील योजना में भी कमी, बच्चों को समय पर भोजन नहीं.
  • अभिभावकों ने शिक्षकों की कमी पर चिंता जताई.

शिक्षा को लेकर सरकार चाहे जितने भी दावे करे, लेकिन गिरिडीह के सदर प्रखंड के कोल्हुआटांड़ स्थित सरकारी स्कूल की स्थिति इन वादों की पोल खोल रही है. इस स्कूल में पहली से पांचवीं तक के 49 बच्चों के लिए केवल एक शिक्षक नियुक्त है, जिससे बच्चों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है.

एक ही शिक्षक, पढ़ाई पर सीधा असर
स्कूल में नियुक्त इकलौते शिक्षक बिरजू हेंब्रम के अनुसार, सभी कक्षाओं को एक साथ संभालना बेहद मुश्किल होता है. जब वे एक क्लास को पढ़ाते हैं, तो दूसरी क्लास के बच्चे यूं ही बैठे रहते हैं. इसके अलावा, शिक्षक को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य प्रशासनिक कार्य भी करने पड़ते हैं, जिससे कई बार स्कूल पूरे दिन के लिए बंद भी हो जाता है.

मिड-डे मील भी प्रभावित
यहां सिर्फ शिक्षक की ही नहीं, बल्कि रसोइया की भी भारी कमी है. स्कूल में सिर्फ एक ही रसोइया है, जिससे सभी बच्चों के लिए समय पर भोजन तैयार नहीं हो पाता. कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि बच्चों को दोपहर तक भूखा रहना पड़ता है.

अभिभावकों की चिंता
बच्चों के अभिभावकों ने लोकल18 से बातचीत में शिक्षकों की कमी पर गहरी चिंता जताई. एक अभिभावक ने कहा कि एक शिक्षक के भरोसे स्कूल चलाना संभव नहीं है. जब स्कूल बंद हो जाता है, तो बच्चे इधर-उधर भटकते हैं.

एक अन्य अभिभावक ने कहा कि बच्चे पूरी तरह से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनका भविष्य अंधकार में जा रहा है. सरकार को जल्द से जल्द अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति करनी चाहिए.

शिक्षा व्यवस्था पर उठते सवाल
गिरिडीह के इस सरकारी स्कूल की बदहाल स्थिति शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. जहां सरकार डिजिटल शिक्षा और स्मार्ट क्लासेज की बात कर रही है, वहीं इस स्कूल में बुनियादी सुविधाओं तक की भारी कमी है.

 प्रशासन को उठाने होंगे ठोस कदम
अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति हो ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके.
मिड-डे मील योजना को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए ताकि बच्चों को समय पर भोजन मिल सके.
स्कूलों में सुविधाओं का निरीक्षण नियमित रूप से किया जाए ताकि इस तरह की समस्याएं समय रहते हल की जा सकें.

Location :

Giridih,Jharkhand

First Published :

February 02, 2025, 12:10 IST

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