Agency:भाषा
Last Updated:February 04, 2025, 13:04 IST
Hindenburg Research New Company-हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नैट एंडरसन ने कहा कि वह कंपनी बंद कर रहे हैं लेकिन अडानी समूह पर लगाए आरोपों पर कायम हैं. उन्होंने टीम के नए ब्रांड को समर्थन देने की बात कही.
हाइलाइट्स
- अडानी समूह पर रिपोर्ट जारी कर चर्चा में आई थी हिंडनबर्ग रिसर्च.
- सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर भी हिंडनबर्ग ने लगाए थे गंभीर आरोप.
- एंडरसन पिछले महीने ही हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का ऐलान कर चुके हैं.
नई दिल्ली. अमेरिकी अनुसंधान एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नैट एंडरसन ने कहा कि वह अपनी कंपनी का कारोबार किसी कानूनी या अन्य खतरे के कारण नहीं समेट रहे हैं और वह उनके द्वारा जारी की गई सभी रिपोर्ट पर अब भी कायम हैं. उन्होंने हिंडनबर्ग रिसर्च किसी और कंपनी के उदय पर कहा कि अगर हिंडनबर्ग की टीम कोई नया ब्रांड पेश करना चाहती है, तो वे खुशी-खुशी उसका समर्थन करेंगे. एंडरसन ने उम्मीद जताई की ऐसा जरूर होगा.
गौरतलब है कि एंडरसन पिछले महीने ही हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का ऐलान कर चुके हैं. हिंडनबर्ग को बंद करने की वजह बताते हुए एंडरसन ने कहा था कि जिंदगी से उन्हें जो हासिल करना था, वह कर लिया है. अब वह परिवार, दोस्तों और खुद के साथ समय बिताना चाहते हैं.
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अडानी आरोपों पर अब भी कायम
एंडरसन ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में बताया कि हिंडनबर्ग की जनवरी 2023 की रिपोर्ट जिसमें अडानी समूह पर ‘‘ कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी’’ का आरोप लगाया गया था, वह मीडिया में समूह के खिलाफ प्रसारित खबरों का परिणाम थी. यह पूछे जाने पर कि क्या वह हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, खासकर अडानी समूह के खिलाफ जारी रिपोर्ट पर अडिग हैं, एंडरसन ने कहा, ‘‘ हम अपने सभी शोध निष्कर्षों के साथ पूरी तरह खड़े हैं.’’ उद्योगपति गौतम अडानी और उनके समूह के खिलाफ रिपोर्ट जारी करने के बाद यह कंपनी चर्चा में आ गई थी. हालांकि अडानी समूह ने रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों का बार-बार खंडन किया है.
क्यों नहीं दिया आरोपों का जवाब
एंडरसन ने कुछ लोगों द्वारा हिंडनबर्ग को ओसीसीआरपी और जॉर्ज सोरोस जैसे कथित भारत विरोधी समूहों के साथ जोड़ने के प्रयासों को ‘‘मूर्खतापूर्ण षड्यंत्र’’ करार दिया और कहा कि उनके संस्थान ने कभी भी इन पर टिप्पणी नहीं की क्योंकि वह ऐसे ‘‘मूर्खतापूर्ण षड्यंत्र के सिद्धांतों’’ को बढ़ावा न देने की नीति का पालन करता है.
किसी और को क्यों नहीं सौंपा कारोबार
हिंडनबर्ग का कारोबार समेटने का निर्णय लेने के बजाय कंपनी की बागडोर किसी और को सौंपने के विकल्प का चुनाव नहीं करने के बारे पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ब्रांड से अलग करने का कोई तरीका नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिंडनबर्ग मूल रूप से मेरा पर्याय है. अगर यह कोई सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन या साइकिल कारखाना होता तो आप एप्लीकेशन या कारखाना बेच सकते थे. लेकिन, जब यह मेरे द्वारा किया गया अनुसंधान है, तो आप वास्तव में इसे किसी और को नहीं दे सकते…हालांकि अगर यह टीम कोई नया ब्रांड पेश करना चाहती है, तो मैं खुशी-खुशी उनका समर्थन करूंगा..जिसकी मुझे उम्मीद है कि वे ऐसा करेंगे.’’
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 13:04 IST