Agency:Local18
Last Updated:February 01, 2025, 11:04 IST
Taxi Business: पर्यटन स्थलों के विकास के कारण स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. द्वारका के विकास के बाद जामनगर के एक युवक ने टैक्सी का बिजनेस शुरू किया है. पहले गैराज चलाने वाले इस युवक ने एक टैक्सी स...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- संदीप प्रजापति ने टैक्सी बिजनेस शुरू किया और अब 1 लाख मासिक कमा रहे हैं.
- पहले गैराज चलाते थे, अब 4 टैक्सियां और 8 ड्राइवर हैं.
- पर्यटन स्थलों के विकास से टैक्सी बिजनेस में बढ़ोतरी हुई.
जामनगर: पिछले कुछ समय से गुजरात और भारत में पर्यटन बिजनेस बहुत तेजी से बढ़ रहा है. पर्यटन स्थलों के विकास के कारण रोजगार के कई अवसर पैदा हो रहे हैं. खासकर गुजरात में पर्यटन क्षेत्र का विकास बहुत तेजी से हुआ है. इससे स्थानीय लोगों के लिए आय के नए रास्ते खुले हैं और वे कई नए बिजनेसों से अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं. ऐसा ही एक बिजनेस है टैक्सी बिजनेस.
बता दें कि परिवार के साथ यात्रा करने वाले लोग टैक्सी को अधिक महत्व देते हैं. टैक्सी बुक करने से लोग आराम से स्थानीय पर्यटन स्थलों की यात्रा कर सकते हैं और आनंद ले सकते हैं. जामनगर में गैराज का काम करने वाले एक युवक ने ऐसा ही एक छोटा स्टार्टअप शुरू किया था और आज वह टैक्सी बिजनेस में अच्छी प्रगति कर रहा है. द्वारका के अलावा शिवराजपुर बीच, सुदर्शन सेतु और हर्षद तथा भाणवड जैसे पर्यटन स्थलों के पास होने के कारण यह बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा है.
टैक्सी का बिजनेस शुरू किया
जामनगर में जीजी अस्पताल के पास गैराज चलाने वाले संदीप प्रजापति नामक युवक ने टैक्सी का बिजनेस शुरू किया है. संदीपभाई पिछले 25 साल से गैराज के बिजनेस से जुड़े हुए हैं. गुजरात में बढ़ते पर्यटन स्थलों के विकास और पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को देखते हुए संदीपभाई ने भी टैक्सी के बिजनेस में कदम रखा. ‘खुशी कैब’ के नाम से एक टैक्सी से इस बिजनेस की शुरुआत की थी. बाद में अच्छी आय होने पर आज उनके पास चार टैक्सियां हैं और 8 ड्राइवर भी रखे हैं. इसके अलावा गैराज में भी 2 लोगों को रोजगार देते हैं.
संदीपभाई ने बताया कि जामनगर के आसपास पर्यटन स्थलों का बहुत विकास हुआ है, जिसमें द्वारका, बेट द्वारका, शिवराजपुर बीच, पोरबंदर समुद्र तट आदि शामिल हैं. राजकोट हीरासर एयरपोर्ट पर आने के बाद पर्यटक टैक्सी बुक करते हैं. टैक्सी के किराए की बात करें तो 10 रुपये से लेकर 15 रुपये प्रति किलोमीटर का किराया होता है. वाहन के अनुसार किराया तय होता है.
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संदीपभाई गैराज के बिजनेस से महीने में 8 से 10 हजार की कमाई करते थे, जो अब भी बनी हुई है क्योंकि अब वे केवल गैराज पर ध्यान देते हैं और उसका संचालन करते हैं. अब टैक्सी के बिजनेस से महीने में 1 लाख से अधिक की आय हो रही है, जिससे 20 से 25 हजार की शुद्ध कमाई कर रहे हैं. यानी गैराज के साथ टैक्सी के बिजनेस से 30000 रुपये की अतिरिक्त कमाई हो रही है. टैक्सी खर्च के अलावा ड्राइवर का वेतन आदि खर्चों के बाद भी महीने में आराम से 35 से 40 हजार रुपये की कमाई हो रही है. इसके अलावा, भविष्य में गाड़ियां बढ़ाकर बिजनेस का विस्तार करने का लक्ष्य है. संदीपभाई ने कहा कि जैसे-जैसे गाड़ियों की संख्या बढ़ेगी, आय में भी वृद्धि होगी.
First Published :
February 01, 2025, 11:04 IST