कब है जया एकादशी का व्रत? इस दिन ऐसे करें पूजा, परेशानियां होंगी खत्म

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Agency:News18 Uttarakhand

Last Updated:February 07, 2025, 09:39 IST

Jaya Ekadashi Vrat 2025 Date: माघ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत करने से जीवन में चल रही सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं और मरणोपरांत सद्गति की प्राप्ति होती हैं. माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी को ...और पढ़ें

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खास नक्षत्र और खास दिन होगा जया एकादशी व्रत 

ओम प्रयास /हरिद्वार. जीवन में सुख समृद्धि खुशहाली के लिए माघ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत किया जाता है.  इस व्रत को करने से जहां सुख समृद्धि और खुशहाली आती है वहीं सभी पापों का नाश होने की धार्मिक मान्यता भी है. एक साल में 24 एकादशी का आगमन मानव उत्थान के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है. सभी एकादशी का अपना अपना महत्व है. माघ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत करने से जीवन में चल रही सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं और मरणोपरांत सद्गति की प्राप्ति होती है. माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी को यह व्रत मोक्ष के द्वार खोल देता है. साल 2025 में 8 फरवरी शनिवार को जया एकादशी का व्रत मृगशिरा नक्षत्र में किया जाएगा.

जया एकादशी पर इन वस्त्रों को धारण करें

जया एकादशी के व्रत को लेकर उत्तराखंड हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री लोकल 18 को बताते हैं कि साल 2025 में माघ मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 8 फरवरी शनिवार को मृगशिरा नक्षत्र आ रहा है. जया एकादशी का व्रत करने से सुख समृद्धि खुशहाली और सभी पापों का नाश होता है. इसका व्रत विधि विधान से करने पर मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं. साल 2025 में यह व्रत मृगशिरा नक्षत्र और शनिवार के दिन होने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाएगा. शनिवार को जया एकादशी का व्रत करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके पवित्र होने के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करके व्रत का संकल्प लें  और भगवान विष्णु के वैदिक मंत्र, स्तोत्र और अन्य मंत्रों का जाप करें. शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है.

मोक्ष की होगी प्राप्ति

शनिवार के दिन काले या नीले रंग के वस्त्र पहनने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है, लेकिन 8 फरवरी के दिन जया एकादशी का व्रत होने से पीले रंग के वस्त्र धारण करने और पीले रंग के वस्त्र किसी गरीब या जरूरतमंद को दान करने पर सभी पापों का नाश होने की धार्मिक मान्यता है. मृगशिरा नक्षत्र ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण नक्षत्रों में से एक है. इस नक्षत्र में किए गए किसी भी धार्मिक कार्य का कई गुना लाभ मिलता है. यदि साधक पर किसी ग्रह का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, तो मृगशिरा नक्षत्र में उस ग्रह के बीज मंत्र का जाप, पूजा पाठ, दान आदि करने से ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाएगा. साल 2025 में मृगशिरा नक्षत्र और शनिवार के दिन जया एकादशी का व्रत सद्गति देने के साथ मोक्ष के द्वार भी खोल देगा. जिससे जीवन में चल रही सभी समस्याओं से मुक्ति हो जाएगी.

Location :

Hardwar,Hardwar,Uttarakhand

First Published :

February 07, 2025, 09:39 IST

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