Last Updated:February 07, 2025, 10:03 IST
PSB Profit : वित्त मंत्रालय ने बताया है कि सरकारी बैंकों का चालू वित्तवर्ष के शुरुआती 9 महीने में शुद्ध मुनाफा 1.29 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा रहा है. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी एसबीआई की है.
![जमकर पैसा पीट रहे सरकारी बैंक! 9 महीने में कमाया रिकॉर्ड 1.29 लाख करोड़ मुनाफा जमकर पैसा पीट रहे सरकारी बैंक! 9 महीने में कमाया रिकॉर्ड 1.29 लाख करोड़ मुनाफा](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/psb-profit-2025-02-8fbd48be96f0ef467752781362a53563.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
सरकारी बैंकों पर एनपीए का बोझ अब 0.59 फीसदी रह गया है.
नई दिल्ली. एक समय था जब सरकारी बैंकों पर फंसे कर्ज का बोझ इतना अधिक हो गया था कि आरबीआई को कई बैंकों पर कर्ज न बांटने का प्रतिबंध लगाना पड़ा था. अब सरकारी बैंकों का शुद्ध मुनाफा जानकर आपकी आंखें फटी रह जाएंगी. वित्त मंत्रालय ने बताया है कि चालू वित्तवर्ष के शुरुआती 9 महीने में यानी अप्रैल से दिसंबर तक 12 सरकारी बैंकों का शुद्ध लाभ 1,29,426 करोड़ रुपये रहा. यह पिछले साल की समान अवधि से 31.33 फीसदी ज्यादा है और बैंकिग इतिहास में अब तक का रिकॉर्ड मुनाफा भी है.
वित्त मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल से दिसंबर के दौरान सरकारी बैंकों (पीएसबी) ने कुल 2,20,243 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हासिल किया. इन बैंकों के प्रदर्शन में शुद्ध लाभ वृद्धि, बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता और पर्याप्त पूंजी बफर के निर्माण जैसे प्रमुख वित्तीय मापदंडों पर उल्लेखनीय सुधार हुआ है. मंत्रालय ने कहा कि 0.59 फीसदी यानी 61,252 करोड़ रुपये के काफी कम शुद्ध एनपीए अनुपात से भी बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता का पता चलता है. इन बैंकों ने 9.8 फीसदी की जमा वृद्धि के साथ सालाना 11 फीसदी की कारोबारी ग्रोथ दर्ज की है.
242 लाख करोड़ का कारोबार
वित्त मंत्रालय ने बताया कि शुरुआती 9 महीने में सरकारी बैंकों का कुल कारोबार 242.27 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इन बैंकों ने कर्ज बांटने में भी 12.4 फीसदी की मजबूत ग्रोथ हासिल की है. इस दौरान खुदरा कर्ज की वृद्धि दर 16.6 फीसदी, कृषि ऋण की वृद्धि 12.9 फीसदी और एमएसएमई ऋण वृद्धि 12.5 फीसदी रही है. इसके अलावा बैंकों को 11.5 फीसदी का पूंजी बफर रखना जरूरी है, जबकि उनके पास 14.83 फीसदी का पूंजी बफर है.
कर्ज की मांग पूरा करने के लिए खूब पैसा
मंत्रालय ने कहा, सरकारी बैंकों के पास कर्ज की मांग पूरी करने के लिए पर्याप्त पूंजी है. कृषि, एमएसएमई और बुनियादी ढांचा क्षेत्र को फंड देने में कोई दिक्कत नहीं आएगी. नीति और प्रक्रिया संबंधी सुधारों के चलते ऋण अनुशासन, संकटग्रस्त परिसंपत्तियों की पहचान और समाधान, बेहतर संचालन व्यवस्था, वित्तीय समावेश की पहल और प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए बेहतर प्रणाली को बढ़ावा मिला है.
किसे हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा
सरकारी बैंकों को हुए कुल मुनाफे का एक तिहाई तो सिर्फ एसबीआई ने ही अपने खाते में कर लिया है. चालू वित्तवर्ष की 3 तिमाहियों में एसबीआई को करीब 40 हजार करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में तो मुनाफा 84 फीसदी बढ़कर 16,891 करोड़ रुपये रहा. पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में बैंक को 9,164 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ था.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 07, 2025, 10:03 IST