![प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (R) और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (L)](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Indian consulate in Marseille: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 12 फरवरी को मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। दूतावास का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान किया जाएगा। भूमध्यसागरीय तट पर मार्सिले फ्रांस के दक्षिण में स्थित शहर है। मार्सिले में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2023 में फ्रांस यात्रा के दौरान की गई थी।
रणनीतिक लिहाज से अहम है मार्सिले
रणनीतिक रूप से मार्सिले बेहद अहम शहर है और भारत मार्सिले बंदरगाह का उपयोग करने का इच्छुक भी है। खास बात यह है कि यहां किसी अन्य विदेशी शक्ति की कोई भूमिका या उपस्थिति नहीं है। मार्सिले का बंदरगाह फ्रांस का सबसे बड़ा बंदरगाह है और भूमध्य सागर में सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। यह बंदरगाह फ्रांस के आयात और निर्यात में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे यूरोप, अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के बीच माल की आवाजाही के लिए प्रवेश द्वार के रूप में भी देखा जाता है।
पीएम मोदी ने 2023 में थी घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2023 में ला सीन म्यूजिकेल में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मार्सिले में भारत द्वारा वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की थी। वाणिज्य दूतावास, पेरिस में दूतावास के बाद भारत का दूसरा राजनयिक मिशन है। यह वाणिज्य दूतावास संबंधी सेवाओं में मदद करेगा। वाणिज्य दूतावास से संबंधिक कार्यों के लिए अब लोगों को राजधानी पेरिस तक की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों का बेस था मार्सिले
पीएम मोदी और मैक्रों प्रथम विश्व युद्ध में लड़ने वाले लगभग 900 भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि भी देंगे। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मार्सिले फ्रांस में भारतीय सैनिकों का बेस था। शहीद भारतीय सैनिकों के सम्मान में एक भारतीय स्मारक का अनावरण फील्ड मार्शल सर विलियम बर्डवुड ने जुलाई 1925 में किया था।
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