Last Updated:January 20, 2025, 08:24 IST
Bangladesh News Today: बांग्लादेश में शेख हसीन सरकार के जाने के बाद अब अपने राष्ट्रपति को बदलने की तैयारी भी पक्की कर ली है. आज जिया-उर-रहमान के शहीदी दिवस पर बांग्लादेश में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. मुजीब-उर-रहमान का नाम बांग्लादेश की...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बांग्लादेश में जिया-उर-रहमान का शहीदी दिवस मनाया जा रहा है.
- देश में शेख मुजीब-उर-रहमान की जगह जिया को राष्ट्रपिता बनाने की तैयारी है.
- बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी को चुनाव में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
नई दिल्ली. पड़ोसी देश बांग्लादेश धीरे-धीरे तरक्की की राह से खिसकते हुए अब कट्टरपंथ की तरफ काफी आगे निकल गया है. शेख हसीना की सरकार के जाने के बाद बांग्लादेश में ऐसी ताकतों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है, जो देश को फिर तानाशाही की राह पर लेजाती नजर आ रही है. शेख हसीना के 15 साल के कार्यकाल के दौरान ऐसा लगा कि बांग्लादेश पूरी तरह से लोकतंत्र की राह पर आगे निकल गया है लेकिन अब वहां हो रही ताजा गतिविधियों को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि यह देश फिर उसी राह पर निकल पड़ा है, जिसपर करीब 7 दशकों से पड़ोसी देश पाकिस्तान है. आज 21 जनवरी को बांग्लादेश के तानाशाह राष्ट्रपति रहे जिया-उर रहमान का भव्य शहीदी दिवस मनाने की तैयारी चल रही है.
जिया-उर रहमान बांग्लादेश के एक मिलिट्री शासक थे. उन्होंने साल 1977 से 1981 के बीच करीब चार साल तक राष्ट्रपति के रूप में देश की सत्ता संभाली. बहुत से मिलिट्री अधिकारियों को मौत के घाट उतारने के बाद जिया-उर रहमान ने बांग्लादेश की सत्ता संभाली थी. अंत में उनका भी वहीं हश्र हुआ. साल 1981 में जिया-उर रहमान की हत्या बांग्लादेश की आर्मी के नए अधिकारियों के गुट ने करवा दी थी. अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का गठन किया, जो इस वक्त उनकी पत्नी खालिदा जिया संभालती हैं.
खालिदा जिया जीत की प्रबल दावेदार
खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनबी को बांग्लादेश में होने वाले चुनावों में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. यह पार्टी भारत की कट्टर विरोधी रही है. कुछ वक्त पहले ही बीएनबी के बैनर तले भारत में निर्मित साड़ियां व अन्य सामान एक प्रदेर्शन के दौरान जला दिया गया था. बीएनबी एक कट्टर इस्लामिक पार्टी है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि बीएनबी भारत विरोध की आग को सुलगाए रखने के लिए देश को फिर से अलगाववाद की आग में धकेल देगी.
क्या जिया-उर रहमान होंगे बांग्लादेश के नए राष्ट्रपति?
मौजूदा समय में कागजों पर बांग्लादेश के राष्ट्रपति शेख हसीना के पिता मुजीब-उर-रहमान हैं. हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान देशभर में जिया-उर-रहमान के पुतले भी तोड़ दिए गए. इतना ही नहीं मौहम्मद यूनुस की सरकार ने मुजीब-उर रहमान के शहीदी दिवस पर मिलने वाली छुट्टी को भी रद्द कर दिया था. हाल ही में बांग्लादेश के डेली स्टार न्यूजपेपर के हवाले से यह खबर सामने आई कि बांग्लादेश की स्कूली किताबों में फादर ऑफ नेशन के रूप में मुजीब-उर-रहमान की जगह खालिदा जिया के पति जियाउल-हक के बारे में जानकारी दी गई है. उन्हें 1971 की जंग का हीरो बताया गया है.
First Published :
January 20, 2025, 08:24 IST