Last Updated:January 18, 2025, 10:33 IST
महाराष्ट्र में सैफ अली खान पर चाकू के बाद घमासान मचा हुआ. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार पर हमला बोल रही है. शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र में देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोला है.
मुंबई. सैफ अली खान के घर में घुसकर एक अपराधी ने जानलेवा हमला करके फरार हो गया. किसी को भनक नहीं लगी कि वह घर में कैसे आया और फिर फरार भी हो गया. महाराष्ट्र में हो रहे बढ़ रहे अपराध को पर विपक्ष भी सरकार पर हमलावार हो गए हैं. उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में सरकार पर जमकर हमला बोला है. चलिए जानते हैं, फडणवीस की सरकार को घेरते हुए सामना में क्या कुछ कहा गया है?
सामना के आज के अंक में सरकार हर हमला बोलते हुए लिखा गया है, ‘मुंबई ही नहीं, पूरे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है. अभिनेता सैफ अली खान और उनकी पत्नी करीना कपूर बांद्रा की सबसे सुरक्षित इमारत में रहते हैं. एक व्यक्ति घर में घुसकर सैफ और उनके नौकरानी पर चाकू से हमला कर भाग जाता है. इसका मतलब है कि हमलावर सैफ और उनके परिवार के लिए अनजान नहीं था.’
इस घटना पर विपक्ष ने सवाल उठाए तो मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, ‘पुलिस जांच कर रही है, हम गहराई से जांच करेंगे, हम किसी को नहीं छोड़ेंगे, यूं ही मुंबई को बदनाम मत करो.’ कुल मिलाकर रुख यह है कि ऐसी घटनाएं मुंबई जैसे शहरों में होती हैं, लेकिन मुंबई में ऐसी घटनाएं हर दिन होने लगी हैं और किसी को भी कानून का डर नहीं रहा.
सामना में लिखा, ‘बैंक फ्रॉड के आरोपी और अपराधी फडणवीस के ‘सागर’ बंगले पर आते हैं और महागठबंधन की जीत की खुशी में फडणवीस को अपने कंधों पर उठा लेते हैं. फडणवीस उन्हें पेड़ा खिलाते हैं. वहीं, अपराधी सोशल मीडिया पर एक्टिव गजाभाऊ नामक एक मराठी माणुस को उठाने की बात करता है. फडणवीस दिखावा करते हैं कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं.
आगे लिखा गया, बीड़ में मकोका आरोपी के समर्थन में लोग सड़कों पर जश्न मनाते है, लोगों धमकाते हैं. सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मास्टरमाइंड कैबिनेट में बैठा है. ऐसी तस्वीर कानून के डर का नहीं होना जैसा है.
सामना में लिखा गया, मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई. बलात्कार, कोयता गैंग ने पुणे के जनजीवन को आतंकित कर दिया. नागपुर में यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं. यह सब देखकर क्या फडणवीस के भीतर का गृहमंत्री नहीं जागता? सैफ अली खान पर हुआ रहस्यमयी हमला मुंबई की खस्ताहाल व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है. सैफ के मामले में जो हुआ वह मुंबई के चॉल और झोपड़पट्टियों में हर दिन हो रहा है. इस घटना ने सबका ध्यान खींचा है.
15 दिन पहले कपूर परिवार और उनके दामाद सैफ ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और बातचीत की. मोदी ने तैमूर के बारे में खास पूछताछ की. सैफ मोदी से मिलकर खुश थे, लेकिन 15 दिन के अंदर ही सैफ पर जानलेवा हमला हुआ. एक दिन पहले प्रधानमंत्री मुंबई में थे और उसी वक्त सैफ खून से लथपथ होकर गिर पड़े. क्या कोई मुंबई के सिने जगत को दहलाने की कोशिश कर रहा है? या सैफ पर हमला निजी कारणों से हुआ था?
भाजपा के लोग सैफ पर ‘लव जिहाद’ का हमला कर रहे थे, लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री ने सैफ, करीना और तैमूर को आशीर्वाद दिया. ‘लव जिहाद’ का मुद्दा शांत हो गया. मंत्री आशीष शेलार खुद सैफ से मिलने और सब कुछ ठीक-ठाक करने के लिए अस्पताल गए. सैफ अली खान पर हमला पुलिस की कार्यकुशलता पर संदेह पैदा करता है. पुलिस बल में नियुक्तियां पुलिस की कार्यकुशलता के बजाय इस आधार पर दी जाती हैं कि वे भाजपा के करीबी हैं या नहीं. इसलिए मुंबई की सुरक्षा रामभरोसे है.
मुंबई का आधे से ज्यादा पुलिस फोर्स गद्दार विधायकों और उनकी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात है. और फिर, केंद्र की ‘वीआईपी’ मंडली हर दिन मुंबई का दौरा करती है, जिससे पुलिस पर दबाव बढ़ जाता है. पुलिस को न छुट्टी है, न आराम. गधे की तरह उनका बोझ लादकर मुंबई की रक्षा करने के लिए कहना सही नहीं है. गृहमंत्री बुद्धिमान हैं और उनसे अच्छे काम की उम्मीद की जा सकती है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 18, 2025, 10:33 IST
सैफ के बहाने उद्धव की शिवसेना ने फडणवीस सरकार को घेरा, सामना में खोल दी 'पोल'